Infosys Share Price: हफ्ते के तीसरे कारोबारी दिन, बुधवार, 12 मार्च को इंफोसिस के शेयरों में करीब 5% की गिरावट देखी गई, जिससे यह जुलाई 2024 के बाद अपने सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया। प्रमुख ब्रोकरेज फर्मों ने अमेरिकी ग्राहकों की घटती आईटी खर्च क्षमता को लेकर चिंता जताई, जिसके चलते यह गिरावट आई।
ब्रोकरेज ने घटाया रेटिंग
दिग्गज ब्रोकरेज मॉर्गन स्टेनली ने इंफोसिस की रेटिंग ‘ओवरवेट’ से घटाकर ‘इक्वल-वेट’ कर दी और ग्रोथ में सुस्ती और वैल्यूएशन के दबाव का हवाला दिया। इसने कंपनी का टारगेट प्राइस ₹2,150 से घटाकर ₹1,740 कर दिया।
इसी तरह, मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने भी इंफोसिस को ‘न्यूट्रल’ रेटिंग दी, यह कहते हुए कि वैश्विक भू-राजनीतिक अनिश्चितताओं और अमेरिका की टैरिफ नीतियों के कारण व्यापार युद्ध का खतरा बढ़ सकता है। ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि कंपनियां सतर्क रुख अपनाते हुए आईटी खर्च को फिलहाल टाल रही हैं।
सिर्फ इंफोसिस ही नहीं, बल्कि मोतीलाल ओसवाल ने विप्रो को भी ‘सेल’ रेटिंग दी, जबकि टेक महिंद्रा को ‘बाय’ में अपग्रेड किया। वहीं, उसने एलटीआई माइंडट्री और टीसीएस को अपनी पसंदीदा कंपनियों में शामिल किया, क्योंकि इनका जोखिम-इनाम संतुलन बेहतर है। मिड-कैप आईटी कंपनियों में, कोफोर्ज और पर्सिस्टेंट को खरीदारी के लिए बेहतर विकल्प बताया गया। हालांकि, एलएंडटी टेक सर्विसेज को इसके अधिक वैल्यूएशन के कारण ‘न्यूट्रल’ कर दिया गया।
IT sector को चुनौतियों का सामना
2025 में भारतीय आईटी सेक्टर को चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, जबकि आमतौर पर रुपये की कमजोरी इसके लिए फायदेमंद होती है। अमेरिकी अर्थव्यवस्था में संभावित मंदी और व्यापार नीतियों को लेकर अनिश्चितता के कारण निफ्टी आईटी इंडेक्स इस साल 14% गिर चुका है, जिससे यह रियल एस्टेट के बाद दूसरा सबसे कमजोर सेक्टर बन गया है।
उत्तरी अमेरिका इंफोसिस के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार बना हुआ है, जहां से इसे FY24 में 60% से अधिक राजस्व मिला। लेकिन कमजोर होते कारोबारी माहौल के कारण निवेशक आईटी सर्विसेज की मांग पर पैनी नजर बनाए हुए हैं।
Infosys Share Price Target
हालांकि, सभी विश्लेषक इतने निराशावादी नहीं हैं। पिछले हफ्ते CLSA ने इंफोसिस की रेटिंग ‘होल्ड’ से बढ़ाकर ‘एक्यूमुलेट’ कर दी और इसका 12 महीने का टारगेट प्राइस ₹1,978 तय किया। ट्रेंडलाइन के आंकड़ों के अनुसार, 40 विश्लेषकों में से 28 ने इंफोसिस को ‘बाय’ रेटिंग दी है, और इसका औसत टारगेट प्राइस ₹2,097 रखा गया है, जो मंगलवार के क्लोजिंग प्राइस से 26% ज्यादा है।
पिछले एक साल में इंफोसिस के शेयर 3.81% बढ़े हैं, लेकिन बीते एक महीने में यह 11.41% गिर चुके हैं, जिसमें पिछले हफ्ते की 1.58% की गिरावट भी शामिल है।
12 मार्च को इंफोसिस की तेज गिरावट ने निफ्टी आईटी इंडेक्स को 3% तक नीचे धकेल दिया। अन्य आईटी कंपनियों में भी गिरावट देखी गई—विप्रो 5% गिरकर ₹263 पर पहुंच गया, जबकि एचसीएल टेक, एलटीआई माइंडट्री और पर्सिस्टेंट में भी 3% से अधिक की गिरावट दर्ज हुई।
(डिस्क्लेमर: यह समाचार विश्लेषकों की राय पर आधारित है। निवेश से पहले प्रमाणित वित्तीय विशेषज्ञों से सलाह लेना जरूरी है।)