IPO: पिछले कई महीनों की गिरावट के बाद आखिरकार शेयर बाजार में हरियाली लौटती नजर आ रही है। ऐसे में एक बार फिर आईपीओ (IPO-Initial Public Offering) मार्केट में हलचल तेज हो गई है। एक के बाद एक नई कंपनियां आईपीओ लाने की तैयारी में हैं। अगर आप भी आईपीओ निवेशक हैं तो कुछ बातों का ख्याल रखकर न सिर्फ नुकसान से बच सकते हैं बल्कि अपने निवेश पर तगड़ा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।
आज हम आपको 6 ऐसी जरूरी बातें बताने वाले हैं, जिनका ध्यान रखकर आप आईपीओ से मोटी कमाई कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में…
1. DRHP (Draft Red Herring Prospectus) को पढ़ें
आईपीओ से जुड़ी सभी जरूरी जानकारियां DRHP (ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस) में होती हैं। यह एक शुरुआती दस्तावेज होता है, जिसे कंपनी खुद SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) के पास जमा करती है। इसे पढ़कर आपको कंपनी के बिजनेस मॉडल, रिस्क फैक्टर, फाइनेंशियल डेटा और आईपीओ के उद्देश्यों के बारे में पूरी जानकारी मिल सकती है।
2. कंपनी की क्षमता और सेक्टर का विश्लेषण करें
- कंपनी किस इंडस्ट्री में काम कर रही है और वहां उसकी स्थिति कैसी है, यह जरूर देखें।
- जिस सेक्टर में कंपनी काम कर रही है, उसका भविष्य कैसा हो सकता है, यह समझना जरूरी है।
- यदि कंपनी का प्रतिस्पर्धी बढ़ रहा है, तो यह जानना जरूरी होगा कि कंपनी अपने आपको आगे कैसे बढ़ाने की योजना बना रही है।
3. आईपीओ से जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कहां होगा?
आईपीओ के जरिए कंपनी कितनी राशि जुटा रही है और उसका उपयोग कहां कर रही है, यह जानना बेहद जरूरी है।
- क्या कंपनी इन पैसों से अपना विस्तार (Expansion) कर रही है?
- क्या यह फंड सिर्फ पुराने कर्ज चुकाने में इस्तेमाल होगा?
- यदि कंपनी केवल कर्ज उतारने के लिए आईपीओ ला रही है, तो यह एक खतरे की घंटी हो सकती है।
4. कंपनी की वित्तीय स्थिति और वैल्युएशन की जांच करें
- कंपनी का रेवेन्यू (Revenue) और प्रॉफिट (Profit) पिछले कुछ सालों में कैसा रहा है?
- यदि यह लगातार बढ़ रहा है, तो कंपनी में निवेश करना फायदेमंद हो सकता है।
- कंपनी के शेयरों की वैल्यूएशन (Valuation) की तुलना उसके प्रतिस्पर्धियों से करें।
- कई बार शेयरों की कीमत ओवर प्राइस होती है, जिससे बाद में नुकसान हो सकता है।
5. प्रचार और हाइप से बचें
कई बार आईपीओ को लेकर मीडिया और सोशल मीडिया पर बहुत प्रचार किया जाता है कि बड़े निवेशकों ने इसमें निवेश किया है।
मार्केट सेंटीमेंट को प्रभावित करने के लिए कई बार जानबूझकर अफवाहें फैलाई जाती हैं।
प्रचार के आधार पर निवेश करने से बचें और फंडामेंटल एनालिसिस (Fundamental Analysis) के आधार पर फैसला लें।
6. ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) को समझें
- GMP (Grey Market Premium) अनौपचारिक बाजार में शेयर की संभावित मांग को दिखाता है।
- यदि किसी शेयर का GMP उच्च है, तो यह संकेत हो सकता है कि उसकी लिस्टिंग अच्छी हो सकती है।
- हालांकि, GMP कोई आधिकारिक मानक नहीं है, इसलिए इसे अंतिम पैमाना मानकर निवेश न करें।
इस तरह सही रणनीति अपनाकर आईपीओ से अच्छा-खासा मुनाफा कमाया जा सकता है।
[Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। हम अपने पाठकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने फाइनेंशियल एक्सपर्ट से सलाह लेने का सुझाव देते हैं।]