Tata Capital IPO News: टाटा ग्रुप की एक और कंपनी जल्द ही शेयर बाजार में एंट्री करने जा रही है। टाटा कैपिटल ने 15,000 करोड़ रुपये से अधिक के पब्लिक इश्यू के लिए भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के पास कॉन्फिडेंशियल प्री-फाइलिंग रूट के तहत जरूरी दस्तावेज दाखिल कर दिए हैं। मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
क्या है टाटा कैपिटल?
टाटा कैपिटल एक नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी (NBFC) है, जो टाटा ग्रुप की मुख्य होल्डिंग कंपनी टाटा सन्स की सहायक इकाई है। यह कंपनी व्यक्तिगत लोन, बिजनेस फाइनेंस, इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस और वेल्थ मैनेजमेंट जैसी सेवाएं प्रदान करती है।
इश्यू का आकार और डिटेल
सूत्रों के अनुसार, यह आईपीओ प्राइमरी (नया इश्यू) और सेकेंडरी (शेयर बिक्री) दोनों का मिश्रण होगा। इसके तहत टाटा सन्स और आईएफसी (International Finance Corporation) अपनी हिस्सेदारी घटाएंगे।
मनीकंट्रोल की रिपोर्ट के मुताबिक, टाटा कैपिटल ने इस मेगा लिस्टिंग के लिए 10 इन्वेस्टमेंट बैंकों को सलाहकार नियुक्त किया है, जिनमें कोटक महिंद्रा कैपिटल, सिटी, जेपी मॉर्गन, एक्सिस कैपिटल, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, एचएसबीसी सिक्योरिटीज, आईआईएफएल कैपिटल, बीएनपी पारिबा, एसबीआई कैपिटल और एचडीएफसी बैंक शामिल हैं।
कब तक हो सकती है लिस्टिंग?
टाटा कैपिटल का बोर्ड 25 फरवरी 2025 को ही इस आईपीओ प्लान को मंजूरी दे चुका है। कंपनी 230 मिलियन नए शेयर जारी करेगी और मौजूदा शेयरधारक कुछ हिस्सेदारी बेचेंगे।
यह IPO टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा टेक्नोलॉजीज की 2023 में हुई बंपर लिस्टिंग के बाद पहला बड़ा इश्यू होगा। खास बात यह है कि टाटा कैपिटल का इश्यू टाटा टेक्नोलॉजीज से 5 गुना बड़ा बताया जा रहा है। टाटा टेक्नोलॉजीज का इश्यू साइज 3,042.51 करोड़ रुपये का था।
RBI की गाइडलाइंस के तहत जरूरी लिस्टिंग
टाटा कैपिटल की यह लिस्टिंग RBI की उस गाइडलाइन के अनुसार है, जिसके तहत “अपर लेयर” में शामिल NBFCs को नोटिफिकेशन के तीन साल के भीतर शेयर बाजार में लिस्ट होना अनिवार्य है। टाटा कैपिटल को सितंबर 2022 में इस श्रेणी में शामिल किया गया था, इसलिए इसे सितंबर 2025 तक लिस्टिंग पूरी करनी होगी।
[Disclaimer: ये आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है और इसे किसी भी तरह से इंवेस्टमेंट सलाह के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। हम अपने पाठकों को पैसों से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले अपने फाइनेंशियल एक्सपर्ट से सलाह लेने का सुझाव देते हैं।]